Tuesday, January 29, 2019

कुंभ पर थरूर की चुटकीः 'गंगा भी स्वच्छ रखनी है और पाप भी यहीं धोने हैं'

पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संगम में डुबकी और गंगा की सफ़ाई पर कटाक्ष किया है.

थरूर ने योगी आदित्यनाथ की डुबकी की तस्वीर के साथ ट्विटर पर लिखा, "गंगा भी स्वच्छ रखनी है और पाप भी यहीं धोने हैं. इस संगम में सब नंगे हैं. जय गंगा मैया की!"

दरअसल शशि थरूर ने यह कटाक्ष उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपने पूरे कैबिनेट के साथ प्रयागराज में चल रहे कुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने पर उनकी तस्वीर के साथ किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को कैबिनेट के मंत्रियों के साथ प्रयागराज पहुंचे थे.

पहले उन्होंने संगम के किनारे विशेष व्यवस्था के तहत मीटिंग की और फिर लगाई संगम में डुबकी.

संगम के तट पर हुई कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री योग ने मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे की घोषणा की. उन्होंने बताया कि गंगा एक्सप्रेस वे की लागत 36 हज़ार करोड़ की होगी और यह 600 किलोमीटर लंबा दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होगा. एक्सप्रेस-वे अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, रायबरेली और फतेहपुर को प्रयागराज से सीधा जोड़ेगा.

योगी ने कुंभ से जुड़े कई ट्वीट किये. इनमें से एक में उन्होंने लिखा, "ऐतिहासिक कुम्भ, प्रयागराज में आज पवित्र संगम तट पर पूज्यनीय संत महात्माओं और प्रदेश सरकार के मंत्री परिषद के सदस्यों के साथ स्नान कर पूजा एवं आरती की."

हालांकि इस दौरान योगी ने गंगा सफ़ाई अभियान की तारीफ भी की. उन्होंने कहा, "पिछले कुंभ में मॉरिशस के प्रधानमंत्री ने गंदगी देखते हुए आचमन तक नहीं किया था, जबकि इस बार पीएम प्रविंद जगन्नाथ स्नान करके गए हैं."

योगी जहां गंगा की सफ़ाई की तारीफ कर रहे हैं वहीं राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी जब कुंभ स्नान के लिए पहुंचे तो मैली गंगा पर कटाक्ष करने से नहीं चूके.

उन्होंने कहा कि जब समाजवादियों को मौका मिलेगा तो इसकी सफ़ाई की जाएगी.

अखिलेश ने संगम पर योगी के मंत्रिमंडल की बैठक पर भी तंज कसते हुए कहा कि भले ही कैबिनेट बैठ जाए लेकिन यदि उससे किसानों को भला न हो तो सब बेकार है.

इससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी भी मकर संक्रांति के दिन पहले शाही स्नान के दौरान संगम में डुबकी लगा चुकी हैं. उन्होंने इसकी तस्वीर भी ट्विटर पर शेयर की.

अब यह भी चर्चा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी भी यहां पहुंच सकते हैं.

ऐसी ख़बरें हैं कि प्रियंका गांधी कुंभ में आस्था की डुबकी से अपनी राजनीतिक पारी का आगाज़ करेंगी.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश की ज़िम्मेदारी सौंपी है. यहां की 32 सीटों पर अब कांग्रेस का चुनावी नेतृत्व प्रियंका गांधी के ही ज़िम्मे होगा.

उधर अखाड़ा परिषद ने भी कहा है कि प्रियंका को यहां साधु संतों का आशीर्वाद मिलेगा.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज ने साथ ही यह भी बताया कि प्रियंका गांधी की दादी इंदिरा गांधी भी हर बार कुंभ के अवसर पर प्रयागराज आया करती थीं.

Tuesday, January 22, 2019

中国经济继续放缓 2018年GDP增速创28年新低

中国国家统计局周一(1月21日)公布2018年经济数据,全年国内生产总值(GDP)90万亿元人民币,比上年增长6.6%。

尽管实现了中国政府年初设定的GDP增6.5%的预期发展目标,但却是中国28年来的最低经济增长率。

分季度来看,经济增长率逐渐降低,一季度同比增长6.8%,二季度增长6.7%,三季度增长6.5%,四季度增长6.4%。

外界长期以来质疑中国经济数据的真实性。专家认为,数据依然反应出中国经济的放缓迹象,并对2019年的经济前景进行预测。

哈佛学者:“中国模式”处于辉煌与陨落的分水岭
数据看中国:GDP增速迷雾背后
贸易战是否会将中国推向“失落的二十年”
放缓的经济引擎
“虽然今日公布的GDP增速与大多数预期相符,但还是体现出北京的决策者们面临着严峻的经济环境。”凯源资本董事总经理陆修泉(Brock Silvers)分析,刚刚公布的数据提醒投资者,中国经济放缓的主要原因不是中美贸易战,后者最多只是一个附加因素。

香港科技大学经济系教授朴之水(Albert Park)则认为数据也显示出一些积极信号,“多种原因导致中国经济放缓,但即便放缓,相比于其他国家,保持6%以上的增长率依然很高,而且数据显示工业和服务业领域的动能集聚,这点比较鼓舞。”

更多关注者则关心中国经济放缓对于全球经济的影响。路透社称,过去十年,全球经济增长的三分之一来自中国,中国经济的放缓迹象导致对于全球经济风险的忧虑。

BBC特约经济记者达尔希尼·戴维(Dharshini David)分析,中国通过40年的时间确立了世界工厂的地位,但当其竞争优势逐渐输给劳动力更便宜的菲律宾和越南时,中国政府决定将经济增长的动力从出口转向国内消费。然而,这一过程产生了日渐高涨的债务规模和不良贷款,中国的债务规模是GDP的三倍之巨。

再加上今年爆发的中美贸易战,全球投资者和决策者对中国的经济增长越来越敏感。英国央行行长马克·卡尼(Mark Carney)就曾表示,中国是全球金融体系稳定的最大风险之一。

对于年度数据中的一些积极信号,陆修泉认为应该谨慎看待。他表示,尽管去年经济增速是几十年来最低,但工业生产和零售业数据都从此前的低点恢复过来。这看起来不太可能,也让很多投资者对于中国经济是否已经好转还保持疑虑。

多年来,媒体和学界对中国统计局发布的数字一直有质疑。每年春天的两会上,中国政府工作报告都会提出当年GDP增速目标,而最后的统计数据几乎都会与目标值相差无二。

经济学人智库首席分析师王丹曾向BBC中文表示,GDP增速不可信,因为对于价格的估算和实际相差太大,地区性差异也没有反映出来。

“我们预测的GDP增速和统计局在有的年份上差别很大,比如2017年我们估计是4.2%,没想到政策刺激过头导致经济加速,最终统计局的数字是6.7%。中国从2008年之后的经济增长绝大部分是政策驱动型,宏观政策尺度不好把握。